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रविवार, 14 जुलाई 2019

app, files or link me virus kaise check kare


app, files or link me virus kaise check kare

  हम आपको किसी भी ऐप फाइल या या लिंक में वायरस है या नहीं यह कैसे पता करें इसके बारे में सिखाएंगे।
Find virus

  कई बार हम इंटरनेट से डाउनलोड करते वक्त वायरस संक्रमित ऐप डाउनलोड कर लेते हैं कई फाइलों में भी वायरस होता है और बहुत सारे लिंक मैं हमें वायरस या फिशिंग ( हैकिंग) का सामना करना पड़ता है।
  आज हम सीखेंगे की किसी भी ऐप फाइल या लिंक में वायरस कैसे चेक करें? सबसे पहले वायरस टोटल सर्च करें
वायरस टोटल लिंक
इसे ओपन कीजिए इसका इंटरफेस कुछ इस इस इंटरफेस कुछ इस तरीके से होगा


इसमें आप फाइल, लिंक या सर्च को चेक कर सकते हैं कि वायरस है या नहीं ऐप को चेक करने के लिए आपने जो इंटरनेट से डाउनलोड किया हुआ ऐप है उस फाइल को चेक करना है इसके लिए फाइल ऑप्शन को चुने फिर डाउनलोड फाइल को चुने अब जो आपने इंटरनेट से ऐप डाउनलोड किया है उसे अपने फोन के फाइल मैनेजर से सिलेक्ट करें अब चेक करें अगर उसने वायरस होगा तो उसे दिखाया जाएगा इस तरीके से।
मैं कुछ example दे रहा हूं जिससे आपकी मदद होगी

लिंक कैसे चेक करें?

Example
वायरस टोटल की लिंक ऑप्शन चुनकर नीचे दी गई लिंक पेस्ट कीजिए और चेक कीजिए
जैसे कि इस लिंक में आपको वायरस मिलेगा
http://goldtraff.com/gw?url=http.goldtraff.com
इस लिंक को वायरस टोटल पर चेक करने पर आप देख पाएंगे कि यह एक फिशिंग लिंक है।
https://mobyetrafmsmt.com/v/a_mobyetrafmsmt.com
इसमें आपको दो Malicious मिलेंगे।
mobyetrafmsmt.com इसे चेक करने पर आपको  दो Malicious मिलेंगे।
आप सोच रहे होंगे'https://' तो सिक्योर साइड हुई फिर इसमें गड़बड़ी कैसे आ सकती है आप सही सोच रहे हो लेकिन अगले लिंक में आपको रीडायरेक्ट करके mobyetrafmsmt.com पर भेजा जाता है जिसमें   दो Malicious है।
http://goldtraff.com/ इसमें एक Suspicious है
http://procracx.com/ इसमें 1Malicious है।
http://1.coolmobithing.com/ इसमें एक फिशिंग पेज है। अब आप समझ गए होंगे कि लिंक को कैसे चेक करते हैं। आप हैकिंग के बारे में जानना चाहते हैं तो इसे क्लिक कीजिए हैकिंग के तरीके

ऐप कैसे चेक करते हैं?

ऐप चेक करने के लिए वायरस टोटल को आप फाइल मोड़ पर रखे चूज फाइल चुने अब आप ने जिस ऐप को डाउनलोड किया है उसकी फाइल चुने और चेक करें। जैसे मैंने इस instube ऐप की फाइल चुनी है। उसे चेक करने पर नीचे दिए गए फोटो की तरह रिजल्ट आया है।

अब आप समझ गए होंगे कि किसी भी ऐप को चेक करने के लिए हमें वायरस टोटल को फाइल मोड में रखना होगा।
फाइल कैसे चेक करते हैं?
फाइल चेक करने के लिए वायरस टोटल को फाइल मोड़ पर रखें और चूज फाइल चुने डाउनलोड पर क्लिक करके फाइल मैनेजर से आपको जो फाइल चेक करनी है उसे चुन लीजिए और इस तरीके से आप फाइल चेक कर सकते हैं।
याद रहे प्ले स्टोर से डाउनलोड किए हुए ऐप को बैकअप लिया हुआ फाइल चेक कर सकते हैं अगर आप प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करते हैं तो उसमें वायरस होने की संभावना नहीं होती क्योंकि गूगल हर रोज उसके ऐप चेक करता है।
अगर आपने प्ले स्टोर का यह यह सेटिंग ऑन नहीं किया हुआ है तो आप नीचे दिए गए तरीके से ओन कर सकते हैं और यह रोज आपके
ऐप चेक करता है अगर उसमें कोई परेशानी या वायरस हो तो आपको जानकारी मिलती है।

Google Play Protect on करें।

1/ प्ले स्टोर ऑन करें
2/ थ्री डॉट मेन्यु चुने
3/ प्ले प्रोटेक्ट चुने
4/ सेटिंग्स चुने
5/ स्कैन डिवाइस फॉर सिक्योरिटी थ्रेट्स ऑन                कीजिए।
6/ इंप्रूव हार्मफुल ऐप डेटीकेशन ऑन कीजिए।

Google Play Protect की मदद से नुकसान पहुंचाने वाले ऐप्लिकेशन से सुरक्षा कैसे मीलती है?

Google Play Protect आपके डिवाइस की सुरक्षा और बचाव करने में सहायता करता है.
'Google Play स्टोर' से कोई भी ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने से पहले, यह जांच करता है कि वह सुरक्षित है या नहीं.
यह आपके डिवाइस में दूसरे स्रोतों के संभावित रूप से नुकसान पहुंचाने वाले ऐप्लिकेशन की जांच करता है. नुकसान पहुंचाने वाले ये ऐप्लिकेशन कभी-कभी मैलवेयर कहलाते हैं.
नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी ऐप्लिकेशन के मिलने पर यह आपको चेतावनी देता है और आपके डिवाइस से नुकसान पहुंचाने वाले जाने-पहचाने ऐप्लिकेशन हटाता है.
महत्वपूर्ण जानकारी छिपाकर या उसे गलत तरीके से पेश करके गूगल के अनचाहे सॉफ़्टवेयर नीति का उल्लंघन करने वाले ऐप्लिकेशन के मिलने पर आपको उनके बारे में चेतावनी देता है.
Google Play Protect कैसे काम करता है?
Google Play Protect आपके डिवाइस को सुरक्षित रखता है. यह समय-समय पर आपका डिवाइस स्कैन भी करता है. अगर इसे नुकसान पहुंचा सकने वाला कोई ऐप्लिकेशन मिलता है, तो यह ये काम कर सकता है:
आपको चेतावनी दे सकता है. अगर कोई ऐसा ऐप्लिकेशन मिलता है जो आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकता है, तो आपको एक सूचना मिलेगी. ऐप्लिकेशन को हटाने के लिए, सूचना पर अनइंस्टॉल करें पर टैप करें. Google Play Protect, ऐप्लिकेशन को तब तक के लिए बंद भी रख सकता है जब तक कि आप इसे अनइंस्टॉल नहीं कर देते.
ऐप्लिकेशन को अपने आप हटा सकता है. कुछ मामलों में, अगर नुकसान पहुंचाने वाले ऐप्लिकेशन का पता चला है, तो आपको यह सूचना मिल सकती है कि ऐप्लिकेशन को हटा दिया गया है. इस तरीके से यह हमारी मदद करता है। इसके लिए गूगल को थैंक यू वेरी मच कहना चाहिए।

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